टूट कर पागलो की तरह मोहब्बत भी तो सिर्फ मैंने की थी !! दिल की बातें सुनाऊं तुझे मैं पास बिठाकर। दोस्त वो करते हैं बातें जो अदू करते नहीं दिन की रोशनी ख्वाबों को सजाने में गुजर गई, नज़र में ज़ख़्म-ए-तबस्सुम छुपा छुपा के मिला, जैसे दूर हो कर https://hindishayri.godaddysites.com/f/shayari-in-hindi---%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%A6%E0%A5%80-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%B6%E0%A4%BE%E0%A4%AF%E0%A4%B0%E0%A5%80